Har Ghar Tiranga Abhiyan 2002

Har Ghar Tiranga Abhiyan 2002 से पहले घर पर तिरंगा फहराना गैरकानूनी था! तिरंगा फहराते हुए किन किन बातों का रखना है ध्यान

Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 से पहले घर पर तिरंगा फहराना गैरकानूनी था! तिरंगा फहराते हुए किन किन बातों का रखना है ध्यान

Independence Day, Har  Ghar  Tiranga  Abhiyan 2022: आजादी के 75 साल होने के उपलक्ष में सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मोदी सरकार ने “हर घर तिरंगा” अभियान शुरू किया है।

Independence Day, Har Ghar Tiranga Abhiyan 2022: इस अभियान का उद्देश्य 13 से 15 अगस्त 2022 तक देश भर में झंडे फहराना है। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

इस अभियान के पीछे का विचार लोगों के मन में देशभक्ति की भावना जगाना और जनभागीदारी की भावना के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आवाम से राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगे’ को प्रोफ़ाइल पिक्चर के तौर पर लगाने का भी आहान किया है।

क्या आप जानते हैं हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हमेशा से अपने इस रूप में नहीं था। समय दर समय इसमें कई बदलाब हुए हैं। हम सबके मन में तिरंगे के प्रति प्रेम और निष्ठा है लेकिन तिरंगे को फहराने के लिए जो नियम, रिवाज़ और औपचारिकताएं हैं उनकी जानकारी बहुत कम लोगों को ही होती है।

आइए आगामी कुछ पैराग्राफ में आपको तिरंगे से जुडी सभी जरूरी बातों से अवगत कराते हैं, नीचे दी जा रही समस्त जानकारी भारतीय सरकार की वेबसाइट ‘राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र’ से ली गई है। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

India Har Ghar Tiranga Certificate Registration Link 2022 – 75 वें स्वतंत्रता दिवस के उपरांत में सभी भारत वासियों के लिए हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया गया है | 🇮🇳तिरंगा 🇮🇳 अभियान के तहत तीन अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है | इस प्रतियोगिता में देश के किसी भी राज्य से अभ्यार्थी हैं भाग ले सकते हैं |

जो भी उम्मीदवार प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं राष्ट्रीय और राज्य स्तर के विजेताओं को कानूनी मामलों के विभाग (डीओएलए) द्वारा आकर्षित नकद पुरस्कार एवं ट्रॉफी या तथा प्रमाण पत्र दिया जाएगा |Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

सभी भारतवासी राष्ट्रीय ध्वज के प्रति प्रेम और देशभक्ति की भावना के साथ अपने घर की छत पर तिरंगा फैलाकर राष्ट्रीय एकता का संदेश देंगे | India Har Ghar Tiranga Certificate Registration Link 2022

India Har Ghar Tiranga Certificate Registration Link 2022 – 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है | ‘हर घर तिरंगा’ इस अभियान के तहत भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सभी भारत वासियों से अनुरोध किया है |Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

कि हर घर में देशवासी 🇮🇳तिरंगा झंडा फहराए 🇮🇳 | 75 वां इंडिपेंडेंस डे पर अमृत महोत्सव की शुरुआत की गई है | यह पल सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुशी से भरा रहेगा भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सभी भारतीय नागरिकों से आजादी का जश्न मनाने के लिए हर घर तिरंगा का अभियान चलाया है |

इस अभियान के तहत भारत सरकार ने देशभक्ति प्रदर्शित करने के लिए 🇮🇳13 अगस्त 2022 से 15 अगस्त 2022 🇮🇳 तक राष्ट्रीय ध्वज फहराने को कहा है |Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

हर घर तिरंगा अभियान की जानकारी के लिए अभ्यार्थी इस पेज पर दी गई हर एक आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें, तथा हर घर तिरंगा सर्टिफिकेट डाउनलोड प्रोसेस के बारे में जानने के लिए छोटे से बड़े आर्टिकल को क्रमबद्ध तरीके से पढ़ें  India Har Ghar Tiranga Certificate Registration Link 2022

Har Ghar Tiranga Registration 2022 –

  • संगठन का नाम हर घर तिरंगा’
  • प्रतियोगिता तिथि 13 अगस्त 2022 से 15 अगस्त 2022
  • घटना के प्रकार राष्ट्रीय कार्यक्रम
  • फायदा सरकार से हर घर तिरंगा प्रमाणपत्र
  • आवेदन अंतिम तिथि 26/08/2022
  • आवेदन ऑनलाइन
  • आधिकारिक वेबसाइट harghartiranga.com

हर घर तिरंगा योजना 2022 –
India Har Ghar Tiranga Certificate Registration Link 2022 – भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग है |

और साथ में अशोक चक्र भी है | 3 रंगों के केसरिया सफेद और हरा रंग है इसके मध्य में नीले रंग से बना अशोक चक्र है | 75 वीं वर्षगांठ पर सभी भारत वासियों के लिए अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है |Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

इस अवसर पर भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 13 अगस्त 2022 से 15 अगस्त 2022 तक झंडा फहराने का अपील किया है | सभी भारतीय अपने ध्वज के प्रति सम्मान रखेंगे

सभी देशवासियों को पता होगा कि 22 जुलाई 1947 को पहली बार तिरंगा झंडा को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया था | इस राष्ट्रीय ध्वज की मान सम्मान तथा मर्यादा बनाए रखने के लिए सभी भारतवासी 13 अगस्त 2022 से 15 अगस्त 2022 तक झंडा फहरा कर देशभक्ति की एकता को बनाए रखेंगे Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

हर घर तिरंगा सर्टिफिकेट 2022 –
India Har Ghar Tiranga Certificate Registration Link 2022 – सीएसआर कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व संसाधनों सहित फंड संगठन भी भाग ले सकते हैं |

और योगदान दे सकते हैं। बता दें कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संस्कृति मंत्रालय की योजना 11 अगस्त से 17 अगस्त तक पूरे देश में स्वतंत्रता सप्ताह मनाने की है | भारतीय ध्वज संहिता के बारे में भारत का ध्वज संहिता वर्ष 2002 में शुरू किया गया था। यह अपनी गरिमा और सम्मान को बनाए रखते हुए तिरंगे के प्रतिबंधित प्रदर्शन की अनुमति देता है। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

अनुच्छेद 51 में कहा गया है कि संविधान का पालन करना और उसके आदर्शों और संस्थानों, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान करना भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होगा Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

How to Registratiion Har Ghar Tiranga Certificate
सबसे पहले आपको इस आधिकारिक वेबसाइट hargartirang.com पर जाना होगा,

जब आप वेबसाइट पर पहुंचें, तो होम पेज से “पिन ए फ्लैग” चुनें!
मैन्युअल रूप से अपनी जानकारी दर्ज करें!
या अपने सोशल नेटवर्किंग खातों को इसे आपके लिए भरने दें!
बाद में, अपने क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दें!
फिर तुम जहां हो वहां झंडा फहराना!
आपको एक सफल पिन के बाद अपना नाम दिखाते हुए एक प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है!
आप इसे प्राप्त करने के लिए इस प्रमाणपत्र को अपने डिवाइस पर डाउनलोड और सहेज सकते हैं |

तिरंगे का इतिहास

भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज को इसके वर्तमान स्‍वरूप में 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

। इसे 15 अगस्‍त 1947 और 26 जनवरी 1950 के बीच भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रूप में अपनाया गया और इसके पश्‍चात भारतीय गणतंत्र ने इसे अपनाया। भारत में “तिरंगे” का अर्थ भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज है।

तिरंगे की बनाबट कैसी होती है?

भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज में तीन रंग की क्षैतिज पट्टियां हैं, सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद ओर नीचे गहरे हरे रंग की प‍ट्टी और ये तीनों समानुपात में हैं। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

ध्‍वज की चौड़ाई का अनुपात इसकी लंबाई के साथ 2 और 3 का है। सफेद पट्टी के मध्‍य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है। यह चक्र अशोक की राजधानी के सारनाथ के शेर के स्‍तंभ पर बना हुआ है। इसका व्‍यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है और इसमें 24 तीलियां है। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

तिरंगे के रंगो का महत्त्व और चक्र

भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है। बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्‍य का प्रतीक है। निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

सफेद पट्टी पर मौजूद चक्र को धर्म चक्र या विधि का चक्र कहते हैं जो तीसरी शताब्‍दी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाए गए सारनाथ मंदिर से लिया गया है। इस चक्र को प्रदर्शित करने का आशय यह है कि जीवन गति‍शील है और रुकने का अर्थ मृत्‍यु है।

ध्‍वज संहिता

2002 से पहले घरों, कार्यालयों पर ध्‍वज फहराने की अनुमति नहीं थी, 26 जनवरी 2002 को भारतीय ध्‍वज संहिता में संशोधन किया गया और स्‍वतंत्रता के कई वर्ष बाद भारत के नागरिकों को अपने घरों, कार्यालयों और फैक्‍ट‍री में न केवल राष्‍ट्रीय दिवसों पर, बल्कि किसी भी दिन बिना किसी रुकावट के फहराने की अनुमति मिली। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002

अब भारतीय नागरिक राष्‍ट्रीय झंडे को शान से कहीं भी और किसी भी समय फहरा सकते है। बशर्ते कि वे ध्‍वज की संहिता का कठोरता पूर्वक पालन करें और तिरंगे की शान में कोई कमी न आने दें। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

किसी सार्वजनिक, निजी संगठन या एक शैक्षिक संस्‍थान के सदस्‍य द्वारा राष्‍ट्रीय ध्‍वज का अरोहण/प्रदर्शन सभी दिनों और अवसरों, आयोजनों पर अन्‍यथा राष्‍ट्रीय ध्‍वज के मान सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा के अनुरूप अवसरों पर किया जा सकता है।

नई संहिता की धारा 2 में सभी निजी नागरिकों अपने परिसरों में ध्‍वज फहराने का अधिकार देना स्‍वीकार किया गया है।

क्‍या न करें:

इस ध्‍वज को सांप्रदायिक लाभ, पर्दें या वस्‍त्रों के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता है। जहां तक संभव हो इसे मौसम से प्रभावित हुए बिना सूर्योदय से सूर्यास्‍त तक फहराया जाना चाहिए। Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

इस ध्‍वज को आशय पूर्वक भूमि, फर्श या पानी से स्‍पर्श नहीं कराया जाना चाहिए। इसे वाहनों के हुड, ऊपर और बगल या पीछे, रेलों, नावों या वायुयान पर लपेटा नहीं जा सकता।

किसी अन्‍य ध्‍वज को हमारे राष्ट्रीय ध्‍वज से ऊंचे स्‍थान पर लगाया नहीं जा सकता है।

किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

फटा हुआ या गन्दा मैला ध्‍वज नहीं फहराना चाहिए

ध्‍वज को सजावट के तौर पर उपयोग नहीं किया जा सकता

जब कभी आप कागज़ का झंडे का इस्तेमाल करें तो समाहरोह के बाद उन ध्वजों का निपटारन उनकी मर्यादा के अनुरूप एकांत में किया जाना चाहिए Har Ghar Tiranga Abhiyan: 2002 

ध्‍वज को सूर्योदय से सूर्यास्‍त तक फहराया जाना चाहिए।

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